इस चुनाव में शहर के सभी मुस्लिम मोहल्लों की नुमाइंदगी जनता का हक़ है
जलगांव: जलगांव मुस्लिम कब्रिस्तान और ईदगाह ट्रस्ट के जनरल इलेक्शन 2024 को बाज़ाबतगी के साथ मुकम्मल करने के लिए जरुरी है कि वक़्फ बोर्ड का नमाइंदा और जलगांव स्तर पर नामज़द इलेक्शन ऑफिसर इस इलेक्शन के मुतालिक सभी ज़बानी और तहरीरी आहक़ामात और ऐलानात अज़ ख़ुद शाइ' करे जो वक़्फ बोर्ड एक्ट और जलगांव ट्रस्ट के बाय लाज़ के ऐन मुताबिक हो । इस इलेक्शन की कारवाई पूरी होने तक ट्रस्ट के किसी भी ज़िम्मेदार और ओहदादार को ईदगाह ट्रस्ट ऑफिस में इलेक्शन के कामों में किसी भी तरह की दखल अंदाज़ी से मना किया जाए ताकि जनरल बॉडी के ये इलेक्शन साफ सुथरे तरीके से मुकम्मल हो सके। देखा जा रहा है कि इलेक्शन के सभी ऑफिस के काम चंद ट्रस्टी हज़रात की निगरानी और इशारों पर हो रहे हैं यह बात हरगिज़ दरुस्त नहीं है। होना तो ये चाहिए कि इलेक्शन के दौरान ऑफिस कामों के लिए बाक़ाईदा तीन क्लर्क और एक चपरासी को वक़्ती तौर पर तय किया जाए जो सिर्फ वक़्फ बोर्ड निगरा और इलेक्शन ऑफिसर को जवाबदह हो। उन लोगों का मुआवज़ा मेम्बरशिप के लिए वसूली जा रही फीस से अदा किया जाए। 1996 की मुस्लिम आबादी और आज 2024 की मुस्लिम आबादी में चूंकि काफ़ी इज़ाफ़ा हुआ है इस लिए हालिया इलेक्शन में जलगांव शहर के सभी मुस्लिम मोहल्लों को वहां की आबादी के तनासुब से मुनासिब नमाइंदगी दी जाए। इस लिए इस इलेक्शन में वार्ड्स की तादाद 15 से बढ़ाकर 19 किया जाए ज़रूरत पड़ने पर कसीर मुस्लिम आबादी वाले बड़े मोहल्लों को इंसाफ़ देते हुए 2/3 वार्ड और बढ़ाए जा सकते हैं। उम्मीद है कि वक़्फ बोर्ड दाइर की गई अपील पर मुकम्मल गौर करके ट्रस्ट और अवाम दोनों की मदद करेगा ताकि यह इलेक्शन साफ सुथरे तरीके से पूरे हो ।
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